मनोरंजन मसाला
सोनू सूद को समर्पित गाना ‘मेरी माँ’ हुआ रिलीज, देखकर रो पड़ेंगे आप
सोनू सूद की प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की कोशिशों पर एक गाना रिलीज किया गया है – ‘मेरी माँ’। ये गाना YouTube पर काफ़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है।

सोनू सूद (Sonu Sood) को आज कौन नही जानता। लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान प्रवासी मज़दूरों को उनके घर तक पहुंचाने में सोनू सूद ने अहम भूमिका निभाई। फिल्मों में ज्यादातर विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू आज रियल लाइफ में लाखों करोड़ो भारतीयों के हीरो बन गए हैं। आज हर कोई सोनू सूद की इस सराहनीय कोशिश पर गर्व कर रहा है। देशवासियों को उन पर नाज़ है। अब सोनू सूद की इन्हीं सराहनीय कोशिशों पर एक गाना रिलीज किया गया है जिसका नाम है – ‘मेरी माँ’। ये गाना YouTube पर काफ़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस गाने को 13 जून को ही रिलीज़ किया गया है। दिल को छू लेने वाले इस भावुक गीत को अब तक 7 लाख से ज़्यादा लोग देख चुके हैं और जमकर इस गाने को एक दूसरे के बीच Share भी कर रहे हैं।
गाने को पूरी तरह से सोनू सूद को समर्पित किया गया है। इस गाने में लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मज़दूरों और श्रमिकों की दयनीय स्थिति और दर्द को एक भावुक मां द्वारा अपने बेटे के लिए बेसब्री से किए जा रहे इंतज़ार के रूप में दर्शाया गया है। बता दें कि इमोशनल कर देने वाले इस गीत ‘मेरी माँ’ को राहुल जैन ने गाया है। वहीं वंदना खंडेलवाल ने गीत के बोल लिखे हैं।
गाने में सोनू सूद की प्रवासी मज़दूरों की मदद करती हुई वीडियो और तस्वीरों को भी शामिल किया गया है जिसके चलते इस गाने से और भी अधिक लगाव हो जाता है। गाने में सोनू सूद की आवाज़ भी सुनाई देती है जो गाने को और भी प्रभावी बनाती है।
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद ने कहा कि ये मेरे लिए बेहद सम्मान की बात है कि किसी के मन मे मेरी कोशिशों को लेकर मुझे गाना समर्पित करने का ख़्याल आया। इसके लिए मैं राहुल जैन जी का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। मैने ये गाना सुना है और जब आप ये गाना सुनोगे तो आपकी आंखों में आंसू आ जाएंगे। बहुत ही क़माल का गाना है। इसमे दिखाया गया है कि किस तरह से मां घर लौटने के लिए संघर्षरत बेटे का बेसब्री से इंतज़ार कर रही है। मुझे लगता है कि हर मां, हर बेटा ख़ुद को इस गाने से रिलेट कर पाएंगे। मैं भी अपनी मां से बहुत प्यार करता हूँ। यह गाना सुनने के बाद हर एक बेटे की आंखों में आंसू आ जाएंगे।
गाने में लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मज़दूरों की बेबसी और दुर्दशा को भी दिखाया गया है।